Home Bihar बीसीए अध्यक्ष द्वारा जारी कमिटी को बीसीए के पूर्व व वर्तमान पदाधिकारियों ने बताया असंवैधानिक,देखे

बीसीए अध्यक्ष द्वारा जारी कमिटी को बीसीए के पूर्व व वर्तमान पदाधिकारियों ने बताया असंवैधानिक,देखे

by Khelbihar.com

खेलबिहार. कॉम न्यूज़

पटना: बीते कल 28 अप्रैल को बीसीए अध्यक्ष महोदय द्वारा अचानक आनन फानन एक लंबी चौड़ी कमेटियों की लिस्ट जारी किया गया, जिसे बीसीए के पूर्व पदाधिकारियों से लेकर वर्तमान पदाधिकारी एवं जिला संघ पदाधिकारी ने इस कमेटी को असंवैधानिक करार दिया साथ ही साथ कुछ जिला पदाधिकारियों ने चैयरमैन पद लेने से इंकार किया ।इस निर्णय को असंवैधानिक निर्णय करार देते हुए अपना मतंव्य रखा और इस पर अपनी महत्वपूर्ण राय रखा है। खेलबिहार न्यूज़ को मिली ख़बर के अनुसार ।

क्या कहा बिहार क्रिकेट से जुड़े लोगों ने इस लिस्ट को लेकर:-

यह मेरे संज्ञान में आया है कि दो उप समितियों के साथ इलेगल और मीडिया आठ ज़ोनल समितियों का गठन किया गया है, जो वर्तमान अध्यक्ष द्वारा 28 अप्रैल, 2020 को घोषित किए गए तथाकथित वार्षिक आम बैठक के संकल्प के आधार पर 31.01.202 को आयोजित की गई थी। विभिन्न उप समितियां।

सोशल मीडिया पर वायरल संदेश के नंगे स्वरुप में यह प्रतीत होता है कि राष्ट्रपति ने वैधानिक प्राधिकरण की तरह आदेश पारित किया है।  इसके अलावा दिनांक 31.01.2020 की तथाकथित एजीएम कानून के अनुसार नहीं थी, इसलिए कहा गया कि एजीएम में पारित प्रस्तावों को कानूनी नहीं बल्कि शून्य और शून्य माना जा सकता है और उन्हें प्रभाव नहीं दिया जा सकता है ।AGM को एक बार में एक बार बुलाया जा सकता है वर्ष, वित्तीय वर्ष 2019-20 में एजीएम 25.05.2019 को पावपुरी (नालंदा) में आयोजित किया गया था, बाद में एजीएम की तिथि बीसीए के संविधान के प्रावधानों के अनुसार नहीं है, इसके साथ पारित किए गए संकल्प पूरे सदस्यों पर बाध्यकारी नहीं हैं।

 BCA का संविधान पाँच क्षेत्रों को विशिष्ट रूप से प्रदान करता है जो कि सीमित उद्देश्य के लिए है, इसलिए आठ क्षेत्रों के लिए आठ क्षेत्रीय समितियों का गठन BCA के संविधान के प्रावधान के विरुद्ध है, जिसे माननीय सर्वोच्च न्यायालय की पूर्वानुमति के बिना माननीय सर्वोच्च न्यायालय की स्वीकृति प्राप्त है। कोर्ट बीसीए के संविधान में कोई संशोधन नहीं किया जा सकता है।मेरी राय में उप समितियों के साथ-साथ क्षेत्रीय समितियां संवैधानिक नहीं हैं बल्कि संवैधानिक हैं और बीसीए के पूर्ण सदस्यों के लिए बाध्यकारी नहीं हैं। श्री गोपाल बोहरा जी पूर्व BCA के अध्यक्ष।


2.बीसीए अध्यक्ष राकेश कुमार तिवारी के हस्ताक्षर से एक सूची प्रकाशित की गयी है , जिसमें कुछ कमेटियों का गठन किया गया है।
इस संबंध में आप सबों को सूचित हो कि यह कमेटी पूर्ण रूप से लोढ़ा कमेटी के अनुशंसा के विरुद्ध गठित किया गया है।

विदित हो कि सभी जिलों ने लोढ़ा कमेटी की अनुशंसा को अंगीकृत किया है, और 29 सितम्बर 2019 को हुए चुनाव में सभी जिलों ने लोढ़ा कमेटी के अनुशंसा का पालन करते हुए मतदान में हिस्सा लिया।

लोढ़ा कमेटी के अनुशंसा के अनुसार एक व्यक्ति दो पदों (यानी जिला और राज्य की कमेटी) मे नहीं रह सकता है, ऐसा करने से पहले संविधान में संशोधन आवश्यक है। इसके साथ हीं सुप्रीम कोर्ट से अनुमोदित बीसीए के संविधान में बिहार में पांच जोन का प्रावधान है। जबकि अध्यक्ष महोदय के द्वारा घोषित कमेटी में आठ जोन बना दिया गया है, जो कि संविधान के विरूद्ध है। धन्यवाद
रविशंकर प्रसाद सिंह पूर्व सचिव
बिहार क्रिकेट एसोसिएशन।

3.
आप सभी सम्मानित सदस्यों को निवेदन पूर्वक सूचित करना चाहूंगा कि विगत कुछ समय से बीसीए में असंवैधानिक तरीके से कार्य करने और अच्छे तथा सच्चे लोगों को भी उसका भागीदार बनाने की साजिश चल रही है।
शीघ्र ही संवैधानिक तरीके से कमेटी ऑफ मैनेजमेंट की सहमति से सभी प्रकार की कमेटियों का गठन और अन्य कार्य किए जाएंगे। इन सब मामलों को बहुत गम्भीरता से नहीं लिया जाए।
धन्यवाद संजय कुमार सचिव बिहार क्रिकेट एसोसिएशन

4.
मीडिया के माध्यम से जानकारी मिली है कि बीसीए के अध्यक्ष राकेश कुमार तिवारी ने कई कमेटियों के गठन करने संबंधी आदेश जारी किया है, जो कि सर्वथा संविधान के विरुद्ध है।
इस प्रकार की कमेटी के गठन के लिए सर्वप्रथम नामों पर कमेटी ऑफ मैनेजमेंट की बैठक में सहमति होती है, जिसे एजीएम की बैठक में उपस्थित सभी पूर्ण सदस्यों के बहुमत से लिए गए निर्णय के बाद क्रियाशील किया जाता है।इस प्रकार के असंवैधानिक निर्णय बीसीए के हित में नहीं है।
अमिकर दयाल सदस्य (कमेटी ऑफ मैनेजमेंट)
बिहार क्रिकेट एसोसिएशन।

5.
मै बीसीए सचिव माननीय संजय कुमार जी से अनुरोध करता हूं कि 31 जनवरी 2020 से आज तक हुई सभी मामलों पर प्रतिष्ठित अधिवक्ता से वैधानिक राय प्राप्त किया जाए।
मै किसी भी असंवैधानिक गतिविधि के समर्थन में नहीं हूं ।आशुतोष नंदन सिंह कोषाध्यक्ष
बिहार क्रिकेट एसोसिएशन।

6.
अध्यक्ष, बिहार क्रिकेट एसोसिएशन, पटना। महोदय, विश्वसनीय सूत्रों से यह ज्ञात हुआ है कि मुझे जोनल कमिटी, शाहाबाद का चेयरमैन बनाया गया है। व्यक्तिगत कारणों से मैं इस दायित्व के निर्वहन में असमर्थ हूं। यहां यह बताना आवश्यक है कि उपाध्यक्ष महोदय से पूर्व में ही अपनी असमर्थता व्यक्त की थी। अतः मुझे इस दायित्व से मुक्त समझा जाये। सधन्यवाद, रवीन्द्र कुमार, अध्यक्ष, जिला क्रिकेट एसोसियेशन औरंगाबाद।

7.BCA राष्ट्रपति एक तानाशाह की तरह काम कर रहे हैं। बीसीए के संविधान से उनका कोई लेना-देना नहीं है। प्रवीण समस्तीपुर जिला

8.सोसल मीडिया और bca ऑफिसियल ग्रुप से मिली जानकारी के आधार पर मुझे मगध जॉन का चेयरमैन बनाया गया।है
माफ कीजिएगा किसी भी तरह के गैर संवैधानिक काम मे मेरी कोई भी सहमति नही है।अध्य्क्षजी के द्वारा लिया गया यह निर्णय असंवैधानिक है।जब बिहार क्रिकेट एसोसिएशन के संबिधान मे 5 जॉन का ही प्रावधान है,तो किस संबैधानिक अधिकार से उन्होंनो 8जोन बनाने का यह निर्णय लिया।बिहार क्रिकेट के हित मे इसे अस्वीकार करते हैं।और दुसरा मेरे पास समय का अभाव भी है

संजय सिंह गया जिला क्रिकेट संघ

9.
अध्यक्ष, बिहार क्रिकेट एसोसिएशन, पटना। महोदय, विश्वसनीय सूत्रों से यह ज्ञात हुआ है कि मुझे जोनल कमिटी, शाहाबाद का चेयरमैन बनाया गया है। व्यक्तिगत कारणों से मैं इस दायित्व के निर्वहन में असमर्थ हूं। यहां यह बताना आवश्यक है कि उपाध्यक्ष महोदय से पूर्व में ही अपनी असमर्थता व्यक्त की थी। अतः मुझे इस दायित्व से मुक्त समझा जाये। सधन्यवाद, रवीन्द्र कुमार, अध्यक्ष, जिला क्रिकेट एसोसियेशन औरंगाबाद।

10.अध्यक्ष महोदया
मेरा आग्रह है की संयोजक का पदभार जो आपने मुझे दी है इस पद के लिए योग्य गंगा मैया और मदन भैया है वे वरिष्ठ भी है।
अतः मुझे पद से हटाने की कृपा करें
अजय सिंह नालंदा जिला क्रिकेट संघ ।

11.मीडिया के माध्यम से बताया गया है कि बीसीए अध्यक्ष श्री राकेश कुमार तिवारी ने कई समितियों का गठन किया है, जो पूरी तरह से संविधान के खिलाफ है।
ऐसी समिति के गठन पर प्रबंधन समिति की बैठक में सहमति होती है, जो एजीएम की बैठक में उपस्थित पूर्ण सदस्यों द्वारा लिए गए निर्णय के बाद सक्रिय होती है।
इस प्रकार का निर्णय BCA के हित में नहीं है।
कविता रॉय
सदस्य (COM)
बिहार क्रिकेट एसोसिएशन।

सोशल मीडिया एवं अन्य मीडिया के माध्यम से जानकारी मिला है कि बीसीए के अध्यक्ष राकेश तिवारी द्वारा तीन तरह के कमेटियों का गठन किया गया है । श्री तिवारी द्वारा कमेटी बनाने में जो 31/1/2020 के एजीएम का हवाला दिया गया है वह एजीएम पूरी तरह असंवैधानिक एवं बीसीए के संविधान के विरुद्ध है, क्योंकि एक वित्तीय वर्ष में दो वार्षिक आम सभा की बैठक नहीं हो सकता है । इस वित्तीय वर्ष (2019-20) में बैठक दिनांक 25/5/2019 को नालंदा जिला के पावापुरी में हो चुकी थी। इसके साथ ही बीसीए के अध्यक्ष राकेश तिवारी जी द्वारा लोढ़ा कमेटी के अनुशंसाओं के विरुद्ध कार्य करते हुए अपनी कुर्सी के रक्षा में रेवड़ी बाँटते हुए गैरसंवैधानिक कार्य किया गया है । क्यों कि नियम के अनुसार एक व्यक्ति बीसीए में दो पद यानी जिला कमेटी और राज्य कमेटी में पदाधिकारी नहीं हो सकता है । बीसीए के अध्यक्ष श्री तिवारी ने बीसीए के संविधान की धज्जियां उड़ाते हुए 5 जोन की कमेटी के जगह 8 जोन की कमेटी बनाकर अपनी मनमानी का परिचय देते हुए लोगों को माननीय न्यायालय की शरण में जाने के लिए विवश कर दिया है । श्री तिवारी ने मीडिया कमेटी के निर्माण में कनफलिक्ट ऑफ इन्टरेस्ट को पूरी तरह से नजरअंदाज कर दिया है । विभिन्न मीडिया हाउस में कार्यरत कर्मचारी कभी भी बीसीए मीडिया कमेटी के पदाधिकारी नहीं बन सकते हैं ।
संजीव कुमार मिश्रा
निवर्तमान चैयरमैन बीसीए मीडिया कमेटी ।

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