खेलबिहार न्यूज़
पटना 5 जून: बिहार क्रिकेट में बयानबाज़ी पर विराम लगाने की पहल बीसीए के जिला संघों के प्रतिनिधि संजय कुमार सिंह ने शुरू कर दी है। उन्होंने क्रिकेट के दो दिग्गजों से अपना निजी हित से अलग हटकर क्रिकेट हित में काम करने का आह्वान किया है। आपको बता दे कि खेलबिहार न्यूज़ पर बिहार क्रिकेट इतिहास के दो पूर्व सचिव एक-दूसरे से सवाल -जबाब कर रहे थे ।।
इस पर श्री संजय सिंह ने खेलबिहार न्यूज़ को प्रेस विज्ञप्ति जारी कर बताया है कि बयान बाजी से सिर्फ छिछालेदर होता है। इससे कुछ हासिल नहीं होता है। आप काम करते हैं तो थोड़ा बहुत खामियां रह ही जाती हैं। इन खामियों को दूर करने का प्रयास होना चाहिए। श्री सिंह ने कहा कि बिहार क्रिकेट में विवाद खत्म करने के लिए अध्यक्ष राकेश तिवारी सबसे सक्षम व्यक्ति हैं। उन्होंने कहा 20 साल से मैं क्रिकेट को बहुत नजदीक से देख रहा हूं। इस बीच आदरणीय लालू प्रसाद और अब्दुल बारी सिद्दकी जी भी संघ के अध्यक्ष रहे ,लेकिन मिला जुला कर काम करने की जो काबिलियत राकेश तिवारी जी में ,वह बात किसी में नहीं था।
मेरा यह संदर्भ दोनों बड़े व्यक्तित्व के मालिक के बारे में सिर्फ क्रिकेट से जोड़कर दिया जा रहा है।
क्रिकेट के क्षेत्र में मैं देख रहा हूं कि श्री तिवारी की मंशा रही है कि सबको मिला जुला कर बिहार क्रिकेट को आगे बढ़ाया जाय। इनके अंदर गंभीर से गंभीर समस्या दूर करने की गजब की कला है। इस एक कारण जो मुझे अबतक समझ में आया है ,वह यह है कि अध्यक्ष श्री तिवारी अपनी आलोचना करने वालों से बात करते हैं और उसे बेहतर तरीके से समझा बुझाकर सकारात्मक दिशा की तरफ मोटिवेट कर देते हैं। मेरा मानना है कि बातचीत हर समस्या का हल है।
आप देखते होंगे कि भारत-पाकिस्तान या भारत-चीन के बीच कोई विवाद होता है तो कहा हर देश कहता है कि दोनों देश के बीच डायलाग होना चाहिए। इसलिए किसी समस्या का हल निकालने का इससे बेहतर उपाय नहीं हो सकता है। उन्होंने कहा कि बिहार क्रिकेट में लोगों जो विवाद दिख रहा है। वस्तुतः वह मेरी राय में कुछ नहीं है। उसपर भी काम चल रहा है। उन्होंनें वैसे लोगों पर फारसी और उर्दू के बड़े शायर मिर्जा गालिब साहब का एक शेर पढ़ते हुए कटाक्ष करते हुए कहा कि, तेरी दुआओं का असर है गालिब तो महस्जिद हिला के दिखा,वरना दो घूंट पी और महस्जिद हिलता देख। इसका सीधा मतलब है कि तीन साल तक इंतजार करें। अध्यक्ष श्री तिवारी विवाद रहित क्रिकेट का प्रदेश बनाकर रहेंगे।