Home Bihar शनिवार के हुई गुप्त मीटिंग से बिहार क्रिकेट संघ व क्रिकेटरों के भविष्य पर ग्रहण लग गया-आदित्य वर्मा

शनिवार के हुई गुप्त मीटिंग से बिहार क्रिकेट संघ व क्रिकेटरों के भविष्य पर ग्रहण लग गया-आदित्य वर्मा

by Khelbihar.com

खेलबिहार न्यूज़

पटना 21जून: पुरी विश्व मे आज सुर्य ग्रहण लगा हुआ है लेकिन मै बिहार क्रिकेट संघ के उपर जो कल के मिटींग के पश्चात जो ग्रहण लग गया है तथा जैसा हमे पता है कि बिहार क्रिकेट संघ के करीब 26 जिला क्रिकेट यूनिट के पदाधिकारीयों ने कल पटना के एक होटल मे बैठक की है।।

इस बैठक को लखिसराय जिला क्रिकेट संघ के अध्यक्ष प्रेम रंजन पटेल के अध्यक्षता में की गई तथा वर्तमान बिहार क्रिकेट संघ के अध्यक्ष के कार्य शैली पर एतराज जताते हुए अविलम्ब जॉच करा के कड़ी कार्यवाही करने के लिए एक साथ मिलकर अवाज उठाया । आगे क्या होता है इस सवाल पर हम जाना नही चाहते है लेकिन इतना तय है कि बिहार क्रिकेट संघ के उपर लगे ग्रहण से बिहार के क्रिकेटरो के लिए शुभ या अशुभ संकेत होगा।।

यह बीसीसीआई के अध्यक्ष सौरभ गॉगुली और उनके टीम के हाथो मे होगा । मेरी जो बिहार क्रिकेट के खिलाड़ियों के हित के लिए सौरभ से जो बात होती है उस पर सौरभ गॉगुली हमेशा कहा है कि बीसीए के अंदरूनी झगरे का असर बिहार के क्रिकेटरो के उपर नही होने देगें ।मै मिडीया के माध्यम से कहना चाहता हू कि क्रिकेट एसोसियेसन ऑफ बिहार का जन्म बिहार क्रिकेट एसोसियेसन के कोख से ही 2007 मे हुआ था ।

पुरानी बातो को विस्तार पूर्वक नही बता सकता हूँ लेकिन सीएबी का जन्म बिहार क्रिकेट के तत्कालिन पदाधिकारीयों के कार्य शैली पर एतराज जताते हुए था । सीएबी भविष्य मे भारतीय क्रिकेट के सुधार मे इतनी बड़ी योगदान माननीय सुप्रीम कोर्ट के आदेश से दे कर अमर हो जाएगा इसकी कल्पना कौन किया था । 4 जनवरी 18 के सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश के बेंच मे खुद बहस कर बिहार क्रिकेट को दुबारा प्रथम श्रेणी का मैच खेलाने के लिए बीसीसीआई को निर्देश दिया था ।

सीएबी जो बीसीए के कोख से भले ही पैदा लिया था लेकिन बीसीसीआई मे सुधार और 18 सालो के संघर्ष के पश्चात राज्य विभाजन के बाद बिहार क्रिकेट को प्रथम श्रेणी का मैच खेलाने का सपना सीएबी के दूारा ही पुरा हुआ । बिहार क्रिकेट के वर्तमान स्वरूप पर एक बार पुनः सीएबी ने अपना कमर कस लिया है कि बिहार क्रिकेट का दशा दुर्दशा दुबारा नही खराब होने देगें इसके लिए जो भी कुर्बानी देने होगें सीएपी बिहार के क्रिकेटरो के लिए देगा ।


अंत मे बिहार क्रिकेट का हित चाहने वाले सभी सम्मानित सदस्यों से आग्रह करता हूँ कि जिस प्रकार पॉचों उगुलीं को मिला देने से मुठी बन जाती है आज फिर से समय आ गया है कि बिहार क्रिकेट को बचाने के लिए मुठी बना ले । आसमान से टपक के बिहार क्रिकेट के राजा बाबू बनने वाले को सबक सिखा दे ।

Related Articles

error: Content is protected !!