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बीसीए कैंप कार्यालय की अवैध लोगों से मुक्त कराया जाएगा: कुमार आशुतोष

by Khelbihar.com

खेलबिहार न्यूज़

पटना 6 सीतम्बर: बिहार क्रिकेट एसोसिएशन(सचिव गुट) के तीन सदस्यीय संचालन समिति के सदस्य कुमार आशुतोष ने प्रेस विज्ञप्ति जारी करते हुए कहा है कि बीसीए के कैंप कार्यालय को अवैध लोगों से शीघ्र मुक्त कराया जाएगा।

आपको बता दे की बीते 30 अगस्त को बीसीए सचिव गुट के एसजीएम बैठक में तीन सदस्य संचालन कमिटी बानी जिसमे कुमार आशुतोष भी सदस्य के रूप में शामिल है उन्होंने ने बीसीए के अध्यक्ष गुट पर निशाना करते कहा कि बर्खास्त अध्यक्ष राकेश तिवारी तथा बर्खास्त संयुक्त सचिव के द्वारा असंवैधानिक रूप से नियुक्त लोगों को हर हाल में बीसीए छोड़ना होगा। इसके लिए हर वैधानिक प्रक्रिया अपनाई जा रही है। अच्छा तो यह होगा कि वो सभी लोग स्वतः कैंप कार्यालय को मुक्त कर दे।


इसके बाद उन्होंने कहा है कि बीसीए का निबंधित कार्यालय बिंध्य वाशिनी कामर्सियल कंपलेक्स, आर के भट्टाचार्य रोड, पटना है, जबकि अध्यक्ष ने बीसीए के आर पी एस मोड़ वाले कैंप कार्यालय को बुद्ध मार्ग में सिफ्ट कर दिया। इस मामले की भी जांच करवाई जाएगी।

कुमार आशुतोष का कहना है कि बीसीए पूर्व अध्यक्ष राकेश तिवारी के भ्रष्टाचार का घड़ा भर गया था जिसके कारण बीसीए के अहम अंग सभी जिलों के पदाधिकारियों ने एसजीएम कर अध्यक्ष और उनके कार्यों में उनका साथ देने वाले संयुक्त सचिव को अविश्वास लेकर बर्खास्त कर दिया है। बर्खास्तगी के बाद भी अध्यक्ष और अध्यक्ष के करीबी लोगों ने बीसीए के कैंप कार्यालय पर कब्जा कर रखा है।

उन्होंने ने अध्यक्ष को अड़े लेते हुए कहा बीसीए अध्यक्ष की कुकर्मों की सूची लंबी है। लेकिन उनमें से कुछ पर प्रकाश डालता हूं। बीसीए चुनाव में नीरज राठौर राकेश तिवारी के चुनाव के कार्यों के प्रभारी थे । अब वही नीरज राठौर को बीसीए जीएम एडमिन बनाया गया है ये कॉन्फ्लिक्ट ऑफ इंटरेस्ट का मामला है और जिस 31जनवरी के एजीएम में सचिव के खिलाफ साजिश रची गई उस एजीएम को पटना से आरा कराने के लिए भी बिना लोकपाल के नियुक्ति के लोकपाल के पास मामला भेजने वाले सुबीर चन्द्र मिश्रा को बीसीए जीएम क्रिकेट बनाया गया है। वाह री विडम्बना सचिव पर आरोप लगाने वाले बर्खास्त अध्यक्ष खुद गलत कार्यों को अंजाम दे रहे हैं।

बाकी और भी लोग हैं जिन्होंने अध्यक्ष के गलत कार्यों में साथ दिया है उसको उन्होंने कोई ना कोई पद दे दिया है। बिहार में क्या काबिलियत की कमी है की बीसीए में कोई भी पर चंद लोगों में बांट दिया गया जो शुरू से ही बीसीए को दीमक की तरह चाटते रहे हैं। बीसीए बर्खास्त अध्यक्ष जल्द से जल्द अपने खास लोगों के साथ कैंप कार्यालय छोड़ दें।

कुमार आशुतोष ने बताया कि बिहार क्रिकेट एसोसिएशन के सम्पूर्ण जिला सदस्यों ने ये निर्णय लिया है कि 3 दिनों के भीतर अगर बीसीए के सभी फर्जी चुनाव के सहारे आए लोग या बीसीए में असंवैधानिक तरीके से नियुक्त लोग बीसीए के कैंप कार्यलय को मुक्त नहीं करते हैं, तो मजबूरन हम लोगों को कानूनी सहारा के साथ अवैध लोगों से बीसीए को मुक्त कराना होगा।

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