Home Bihar बीसीसीआई का पत्र बीसीए के “दलालों” के लिए आईना: मनोज कुमार(एमडीसीए)

बीसीसीआई का पत्र बीसीए के “दलालों” के लिए आईना: मनोज कुमार(एमडीसीए)

by Khelbihar.com
  • बीसीसीआई का पत्र ने बीसीए के “दलालों” के लिए आईना
  • उसकी सूची में आज भी संजय सचिव राकेश अध्यक्ष !

खेलबिहार न्यूज़

पटना 17 दिसंबर : बिहार क्रिकेट संघ में अध्यक्ष और सचिव के नाम पर बीसीसीआई से निर्गत पत्र का हवाला देकर दलाली की रोटी सीखने वाले तथाकथित क्रिकेट के ठेकेदारों को यह कौन समझाए कि यह तकनीकी मामला कहीं से भी बीसीए के विवाद के लिए हितकर नहीं है । ये बाते एमडीसीए(उत्पल रंजन गुट) के सचिव मनोज कुमार ने कहि है।

उन्होंने कहा ” बीसीसीआई का पत्र वैसे लोगों के मुंह पर करारा तमाचा है जो अब तक अध्यक्ष और सचिव के बीच विवाद खड़ा कर अपनी रोटी सेकने में लगे हैं। जहां तक बीसीसीआई के वार्षिक आम सभा में अध्यक्ष राकेश कुमार तिवारी के शामिल होने पर सहमति का सवाल है यह गौरतलब है कि बीसीए के कमेटी ऑफ मैनेजमेंट जिनको भी नामित करेगी वह आम सभा में हिस्सा लेने के हकदार होंगे । इसमें बीसीसीआई की ओर से इस बात का ही जिक्र करते हुए सचिव के उस आरोप को खारिज किया है जिसमें अध्यक्ष के खिलाफ बर्खास्तगी का जिक्र किया गया था ।

दूसरी ओर बीसीसीआई ने बीसीए के मानद सचिव के रूप में संजय कुमार से पत्राचार कर यह भी स्पष्ट कर दिया है कि उनके खिलाफ अध्यक्ष की ओर से की गई कार्रवाई बेमानी है और बीसीसीआई को उससे कुछ भी लेना देना नहीं है। ऐसे में पत्र का मजनून पढ़े बगैर हवा में अपनी बातें फैलाने वाले लोग न सिर्फ बिहार क्रिकेट को विवादों में बनाए रखना चाहते हैं बल्कि बिहार क्रिकेट के नौनिहाल से लेकर जमे खिलाड़ियों के भविष्य से भी खिलवाड़ कर रहे हैं ।

क्योंकि जब तक बिहार क्रिकेट में गुटबाजी कायम रहेगी , विवादों को बल मिलता रहेगा और क्रिकेट मैदान में होने की जगह न्यायालय की परिधि में रेंगता रहेगा । ऐसे में यह कहना अतिशयोक्ति नहीं होगी कि बिहार क्रिकेट का भविष्य गर्त में होगा और एक समय ऐसा भी आ सकता है कि विवादों के भंवर में फंसी बिहार क्रिकेट संघ पुनः बीसीसीआई द्वारा काली सूची में ना डाल दी जाए। यह भी सोचने की जरूरत है कि इसके जिम्मेदार कौन होंगे ?

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