Home कबड्ड़ी 66वॉ महिला नेशनल कबड्डी चैम्पियनशिप की दुर्दशा को दिखाती दर्शक दीर्घा,बंद कमरे में शुरू हुआ टूर्नामेंट।

66वॉ महिला नेशनल कबड्डी चैम्पियनशिप की दुर्दशा को दिखाती दर्शक दीर्घा,बंद कमरे में शुरू हुआ टूर्नामेंट।

by Khelbihar.com

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पटना।। 66वॉ राष्ट्रीय महिला कबड्डी चैम्पियनशिप पटना मे पाटलिपुत्र खेल परिसर में ऑपनिंग का तस्वीर यह साफ दर्शा चुका हैं कि अपने खेल को राजनीति के बजार मे बेच दिया है ,जहा बिहार राज्य कबड्डी संघ के दौरा आयोजित करने का आदेश लिया उस के अनुसार गुरुवार के ऊदघाटन समारोह ने गलत साबित कर दिया है

शैलेश कुमार ने कहा कि प्रशासक महोदय ने गलत निर्णय लिया है, बस यहा मंच पर आसीन खेल मंत्री मात्र रहने से आपका खेल सफल नही माना जाता है आपको यह दिखाना होता है कि आपके पास खिलाड़ियों का समुह कितना आता हैं अपने बीस वर्षो मे क्या दिया है ऊसका प्रमाण आपके सामने है

कब्बडी एसोसिएशन बिहार के सचिव मुकेश कुमार जी ने बिहार टीम मे लम्बे समय तक कोच के रूप मे योगदान दे चुके हैं, आज ऊन्होने बहूत दूखीत मन से कहा जो बिहार राज्य कबड्डी संघ के सचिव कुमार विजय ने कब्बडी को व्यापार बनाया है उसका साफ तस्वीर दिखाई दे रहा हैं, मैंने माननीय मुख्यमंत्री जी को अबगत कराया जा चुका हैं, परन्तु अपने को बनाए रखने के लिए बिहार राज्य कबड्डी संघ ने संविधान और संविधान संशोधन को पैरे तले कुचल कर रख दिया गया है

श्री कुमार ने आगे कहा कि बिहार राज्य कबड्डी संघ के अध्यक्ष महोदय श्री अजनी कूमार (IAS) अधिकारी होते हुए भी यह संविधान को संशोधित कर सुधारने के लिए अग्रसर होना चाहिए वो खूद ही ईस. पद पर काबिज होकर संविधान का हनन कर रहे हैं यह बिहार राज्य मे बहूत ही दूख का बात है ईस तरह के अधिकारीयो के बजह से ही बिहार राज्य मे खेल का सम्मान खत्म होते नजर आ रहा हैं

बिहार राज्य कबड्डी संघ को अपने ही दिए हूए आदेश को नही मान रही हैं प्रशासक महोदय एेम्च्योर कब्बडी फैडरेशन आफ इंडिया को बिकाऊ बना चुकी हैं यह आज साफ पता चल चूका हैं, संपूर्ण भारत वर्ष मे अपने यह आदेश दिया कि NSF code लागू कर चुनाव करे परन्तु अपने उस आदेश को दर्र किनार कर यह सिद्ध कर दिया कि अपने संविधान को जारी करने मे असमर्थ हैं, जहा लोकसभा ने NSF लागू करेंने बहस और आदेश आ चुका हैं वही आप नजर अन्दाज कर गलत तरीके से संचालित करने का साथ दिया यह कब्बडी खेल को लज्जित करता है।।

कब्बडी ऐशियोसन ऑफ बिहार के अध्यक्ष शैलेश कुमार ने यह बताया कि हम पिछले 15 जून से प्रशासक महोदय को कई तरफ से यह आयोजन नही करने का आग्रह किया है इसके बाद ,बिहार के माननीय मुख्यमंत्री महोदय जी को भी हमने मेल से अबगत कराया परन्तु मुख्यमंत्री महोदय जी को पास से हमे किसी तरह का अश्वासन नही मिला अन्त मे हमे ऊच्च न्यायलय पटना में याचिका दायर करना पडा जिसका आदेश आने का ईन्तजार है।

इस ओपनिंग मैच ने बिहार राज्य कबड्डी संघ का असली चेहरा सामने लाकर खडा कर दिया हैं, प्रशासक महोदय, बिहार सरकार, और सभी यह देख सकते हैं कि आप चन्द लोगों के बीच बन्द कमरे मे ही कबड्डी खिलाड़ी पैदा कर सकते हैं ।यह बिहार राज्य कबड्डी संघ का दुर्भाग्य है कि आज राज्य मे महिला नेशनल कबड्डी कराया जा रहा हैं और महिलाओं के नाम निशान नहीं हो, साथ मे संयुत सचिव संतोष जी ने कहा यह शर्म का बात है कि बिहार राज्य मे महिला कबड्डी चैम्पियनशिप होते हुए बिहार का लड़कियों को चान्स नही मिल रहा हैं,।।

गोल्डमेडल महिला कब्बडी खिलाडी स्मिता कुमारी जी ने यह बताया कि हमे शर्म आ रहा हैं कि हमने बिहार राज्य मे पहला गोल्ड मेडल लाकर दिया और हमारे राज्य मे महिला नेशनल कबड्डी प्रतियोगिताएं हो रही हैं और एक भी महिला खिलाड़ी दर्शक दीर्घा मे नही दीखी यह बिहार राज्य कबड्डी संघ के लिए बहुत ही शर्मनाक बात है।कब्बडी एसोसिएशन बिहार ने बताया कि पटना ऊच्च न्यायालय के समक्ष सारी बातो को रखा है आशा है कि हमे न्यायलय जरूर न्याय देगा ।अन्यथा हम सर्वोच्य न्यायालय मे भी जाने को तैयार हैं।

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