Home राष्ट्रीय आजीवन बैन से मुक्त हुए एस श्रीसंत, जानें कब करेंगे क्रिकेट में वापसी

आजीवन बैन से मुक्त हुए एस श्रीसंत, जानें कब करेंगे क्रिकेट में वापसी

by Khelbihar.com

Khelbihar.com

भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व तेज़ गेंदबाज़ और विश्वकप खेले शांताकुमारन श्रीसंत का आजीवन बैन घटाकर अब 7 साल कर दिया गया है। बीसीसीआई के लोकपाल डी के जैन के द्वारा जारी किए गए आदेश में बताया गया है कि श्रीसंत पर लगा बैन अगले साल 13 सितम्बर 2020 में खत्म हो जाएगा। इसके बाद वो चाहें तो प्रतिस्पर्धी क्रिकेट में हिस्सा ले सकते हैं।


Warning: Undefined array key “align” in /home/khelbihar.com/public_html/wp-content/plugins/advanced-ads/modules/gutenberg/includes/class-gutenberg.php on line 231

बीसीसीआई के लोकपाल डी के जैन ने आदेश दिया है कि कथित स्पॉट फिक्सिंग मामले में कलंकित तेज गेंदबाज एस श्रीसंत का प्रतिबंध अगले साल खत्म होगा क्योंकि वह छह साल से चले आ रहे प्रतिबंध के कारण अपना सर्वश्रेष्ठ दौर पहले ही खो चुके हैं।


Warning: Undefined array key “align” in /home/khelbihar.com/public_html/wp-content/plugins/advanced-ads/modules/gutenberg/includes/class-gutenberg.php on line 231

बीसीसीआई ने श्रीसंत पर अगस्त 2013 में प्रतिबंध लगाया था। उनके अलावा आईपीएल में कथित तौर पर स्पॉट फिक्सिंग करने वाले राजस्थान रायल्स के अजीत चंदीला और अंकित चव्हाण पर भी प्रतिबंध लगाया गया था। उच्चतम न्यायालय ने इस साल 15 मार्च को बीसीसीआई की अनुशासन समिति का फैसला बदल दिया था। अब सात अगस्त के अपने फैसले में जैन ने कहा कि यह प्रतिबंध सात बरस का होगा और वह अगले साल खेल सकेगा।


Warning: Undefined array key “align” in /home/khelbihar.com/public_html/wp-content/plugins/advanced-ads/modules/gutenberg/includes/class-gutenberg.php on line 231

बीसीसीआई ने 28 फरवरी को न्यायालय में कहा था कि श्रीसंत पर लगा आजीवन प्रतिबंध सही है क्योंकि उसने मैच के परिणाम को प्रभावित करने की कोशिश की थी। वहीं श्रीसंत के वकील ने कहा कि आईपीएल मैच के दौरान कोई स्पॉट फिक्सिंग नहीं हुई और श्रीसंत पर लगाये गए आरोपों के पक्ष में कोई सबूत भी नहीं मिले।


Warning: Undefined array key “align” in /home/khelbihar.com/public_html/wp-content/plugins/advanced-ads/modules/gutenberg/includes/class-gutenberg.php on line 231

Related Articles

error: Content is protected !!