- एजीएम को बुक होटल आदित्य इन से आवासन और भोजन मद में बीसीए को अबतक नहीं मिला ” विपत्र “
- मामला तोहफ़ा कुर्सी का तो नहीं ? *
- आपका होटल आपको ताज कहीं कन्फ़्लिक्ट आॅफ इन्ट्र्रेस्ट तो नहीं *
– मनोज –
खेलबिहार न्यूज़
मुजफ्फरपुर 13 जून: बिहार क्रिकेट संघ की नवनिर्वाचित कमिटी की भोजपुर में आयोजित तथाकथित पहली वार्षिक आमसभा सवालों के घेरे में है।सचिव और कोषाध्यक्ष के नेतृत्व में दर्जनाधिक सदस्यों के आमसभा का बहिष्कार हो अथवा कथित अनियमिता को लेकर बीसीए सचिव के निलंबन से लेकर कार्य मुक्ति पर फ़रमान।ये बाते मुजफ्फरपुर जिला क्रिकेट संघ के सचिव मनोज कुमार ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर खेलबिहार न्यूज़ से कही।।
श्री कुमार ने कहा है विवादास्पद फैसलों को लेकर चर्चित उक्त आयोजन को लेकर सबसे बड़ा सवाल यह भी है कि जब भोजपुर के होटल आदित्य इन को इस आमसभा के लिए बुक किया गया था तो उसके दो दिवसीय आवासन ( 30 – 31 जनवरी 2020 ) और भोजन मद में खर्चे का कोई विपत्र अबतक बिहार क्रिकेट संघ को नहीं मिलना यह सवाल खड़ा करता है ! अगर वह होटल , जो बीसीए के संयुक्त सचिव कुमार अरविंद का है , क्या बीसीए को आमसभा के लिए निःशुल्क दिया गया था ? अगर ऐसा है तो फिर होटल बुकिंग का क्या औचित्य था ? और अगर होटल को बीसीए की तरफ से बुक किया गया था तब खर्च का विपत्र क्यों नहीं दिया गया ?
दरअसल इस पूरे मामले में कहानी कुछ और है जिसकी पटकथा परदे के पीछे लिखी गई थी और आमसभा में उसे अमलीजामा पहनाने को लेकर सिर्फ दायित्व निर्धारित किया गया था। चूँकि उक्त आमसभा में सचिव संजय कुमार पर येन – केन – प्रकारेण पूर्व से ही गाज गिराने और ताज संयुक्त सचिव के सिर सजाने पर सहमति बन चुकी थी ऐसे में होटल का खर्च लेना संयुक्त सचिव को उचित प्रतीत नहीं हुआ। बहुत लोग यह भी कहते हैं कि कन्फ़्लिक्ट आॅफ इन्ट्र्रेस्ट की डर से कुमार अरविंद ने होटल बुकिंग का पैसा नहीं लिया ? बड़ा सवाल यह भी है कि जब ऐसे डर थे तो आमसभा किसी और होटल में क्यों नहीं कराया गया !
यह बात अपने आप में हैरान करने वाला है कि जिस आमसभा में कोई भी आरोप बनता है उसका फैसला भी आॅन स्पाट ही कर दिया गया। ऐसा क्यों और कैसे हुआ यह हकीकत अब किसी से छुपी नहीं है। मनमाना नियुक्ति, मनमाना भुगतान का जो खेल बीसीए में शुरू किया गया है वह जिम्मेदार पदाधिकारियों का मनसूबा स्पष्ट कर रहा है। यह अंदरूनी खेल का ही परिणाम है कि बीसीसीआई की देखरेख और बीसीए की मेजबानी में 15 से 25 जनवरी तक आयोजित चतुष्कोणीय महिला क्रिकेट प्रतियोगिता के शानदार आयोजन का मैडल सचिव संजय कुमार को निलंबन के रूप में मिला।
वहीं आमसभा के लिए होटल देने के बदले संयुक्त सचिव के सिर पर सचिव का ताज। अगर ऐसा नहीं है तो बीसीए यह स्पष्ट करे कि किस परिस्थिति में आमसभा का आयोजन सीओएम के एक सदस्य के होटल में निर्धारित किया गया ? और किन शर्तो पर दो दिवसीय आवासन और भोजन मद की राशि की मांग नहीं की गई ? क्या यह कन्फ़्लिक्ट आॅफ इन्ट्रेस्ट का मामला नहीं बनता ?इस संबंध में पुछे जाने पर सीईओ सुधीर झा ने बताया कि एजीएम के आयोजन मद में खर्चे से संबंधित कोई विपत्र अबतक बीसीए के पास नहीं आया है। होटल की बुकिंग के सवाल पर उन्होने दो टूक कहा कि इस मामले में वह अनभिज्ञ हैं।होटल सीओएम के किसी जिम्मेदार पदाधिकारी ने बुक किया होगा! कहीं इस पूरे खेल के पीछे तोहफ़ा कुर्सी का तो नहीं है ?