Home Bihar cricket association News, बीसीए अभी तक कोच,फिजियो सहित अन्य स्टाफ को क्यों नही किया भुगतान-आदित्य वर्मा

बीसीए अभी तक कोच,फिजियो सहित अन्य स्टाफ को क्यों नही किया भुगतान-आदित्य वर्मा

by Khelbihar.com

खेलबिहार न्यूज़

पटना 13 जून: बिहार क्रिकेट एसोसियेसन के पदाधिकारीयों के आपसी झगड़े के कारण बिहार क्रिकेट के लिए पिछले सत्र मे कार्य करने वाले चयनकर्ताओं, कोच, फिजियो, ट्रेनर, मैनेजर, पिच केयूरेटर, ग्राउंडसमैन के अलावे बिहार क्रिकेट टीम के जुनियर सिनीयर पुरूष एवं महिला खिलाडीयों का भी पैसा अधर मे लटक गया है,।।

पुरा विश्व क्रिकेट जगत के साथ भारत मे भी कोरोना महामारी के चलते एक आर्थिक संकट समाज के उपर आ गया है एेसी हलात मे बिहार क्रिकेट एसोसियेसन के फंड मे कड़ोर रूपए पड़े हुए है फिर भी बिहार क्रिकेट एसोसियेसन के वर्तमान अध्यक्ष जी एवं उनके टीम के द्वारा पैसे के भुगतान को रोकना एक अपराध है ईश्वर ना करे अगर किसी भी बिहार क्रिकेट से जुड़े किसी भी खिलाड़ी या अन्य स्टाफ के साथ किसी प्रकार की कोई अनहोनी पैसे के अभाव मे हो जाए तो इसकी जबाब देही क्या बीसीए लेगा?


सबसे आश्चर्यजनक यह है कि बीसीसीआई के अध्यक्ष सौरभ गॉगुली के कहने के बाद बीसीसीआई के जीएम सबा करीम के बोलने के बाद भी बिहार क्रिकेट के पिच केयूरेटर राजू वाल्स का बकाया राशि का भुगतान नही हुआ है । मै बिहार क्रिकेट संघ के अधिकारियों से अपील कर रहा हूँ कि बीसीसीआई जो भी अनुदान राशि बिहार क्रिकेट एसोसियेसन को प्राप्त हुआ है उसके खर्च का हिसाब बेव साइट पर डाल कर बीसीसीआई को भेज कर अगले अनुदान राशि के लिए पहल करे, अफसोस है कि पुडुचेरी जैसा छोटे से राज्य को बीसीसीआई से 30 कड़ोर राशि मिल चुका है जनसख्या के हिसाब से देश के तीसरे बडे राज्य बिहार को 11 कड़ोर रूपए मिला था लेकिन सही वक्त पर बिहार क्रिकेट संघ ने खर्च का ऑडिट रिपोर्ट तथा पुरा ब्योरा अभी तक नही भेजा हैा।

बिहार क्रिकेट फंड मे पैसा रखा है लेकिन खिलाडियों के साथ टीम के अन्य लोगो के सैलरी को रोक कर रखा है, मै इसका विरोध करता हूँ । लोकपाल महोदय के भुगतान पर भी मै अपनी आप्ती दर्ज कर न्याय सम्मत इसकी जॉच की मॉग कर रहा हू । माननीय सुप्रीम कोर्ट के आदेश 22 जनवरी 15 के आलोक मे बिहार क्रिकेट के एक प्रशंसक होने के नाते मै बिहार क्रिकेट के मिले पैसे का हिसाब बीसीए के वेव साइड पर देखना चाहता हूँ क्योकि बिहार क्रिकेट के विकास के लिए बीसीसीआई से मिले पैसे का दुरुपयोग हुआ है तो यह एक कठोर अपराध है।


बीसीसीआई के कोषाध्यक्ष अरूण ठाकुर जी से मैने बिहार क्रिकेट टीम के जुनियर सिनीयर खिलाडियों के साथ साथ तमाम उन स्टाफ के सैलरी के भुगतान के लिए निवेदन किया तो उन्होने कहा कि बीसीसीआई तो देने के लिए बैठा है आप पहले के लिए पैसे का हिसाब हमको भेज दे हम दूसरा पैसा भेज देते है क्योकि बीसीसीआई भी एक नियम कानून के तहत अपने राज्य क्रिकेट संघो को पैसे का भुगतान करता है।

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