Home राष्ट्रीय खेल व क्रिकेट शुरू होने पर बदल जाएंगे खिलाड़ियों के यह आदते?देखे

खेल व क्रिकेट शुरू होने पर बदल जाएंगे खिलाड़ियों के यह आदते?देखे

by Khelbihar.com

खेलबिहार न्यूज़

पटना: कोरोना वायरस ने पूरी दुनिया मे इस क़दर से कोहरम मचा रखा है कि लोगो को अपने ही घर मे जेल कि तरह रहने पर मजबूर कर दिया है। दरसल हम आज बात कर रहे है कोरोना वायरस के कारण खेल पर जो असर पड़ा है उसको लेकर और आगे जब खेल शुरू होगा तो किस तरह नियमों में बदलाव होंगे।।

भारत मे लगभग 3 महीने से खेल गतिविधियों पर रोक लगा है हालांकि लॉकडाउन 4.0 में सरकार ने स्टेडियम खोलने कि इजाजत तो दे दी है लेकिन अभी भी क्रिकेट जैसे खेलो पर पाबंदी है। स्टेडियम खुलेंगे लेकिन बिना दर्शक के यह स्टेडियम ख़ास तौर पर एथेलेटिक्स के लिए ज्यादा खुले है जिससे खिलाड़ी प्रैक्टिस कर पाए।

अब बात कर लेते है लॉक डाउन हटने के बाद जो खेल गतिविधियों में छूट दी जाएगी तो वह किस तरह से होगा और क्या नियम आ सकते है या लोगो को परहेज करना पड़ेगा। सबसे पहले ये जान ले कि खेल गतिविधियों को एकाएक शुरू नही किया जा सकता है।अगर शुरू भी किया गया तो एक दूसरे से दूर रहना होगा लोग एक दूसरे से सटना भी नही चाहेगा क्योंकि कोरोना एकदम से खत्म नही हो जाएगा।

क्रिकेट पर यह प्रभाव पड़ सकता है।

सोसल डिस्टेंस को ध्यान में रखते हुए जिस तरह से क्रिकेट में विकेट चटकाने पर सभी खिलाड़ी खुसी जाहिर करते हुए गले लगते है इसमें भी डर होगा,अगर विकेट के बाद जशन मनाना होगा तो सिर्फ इमरान ताहिर के तरह भाग कर।

बॉल पर साइन करने के लिए लार का प्रयोग करते है ख़िलाडी उसका इस्तेम पर भी संकोच होगा,आपको मालूम हो को अभी जहा तहा थूकने से भी मना है तो बॉल पर साइन करने के लिए लार कर प्रयोग शायद ही अब होगा। या तो आईसीसी को जिस कारण ऑस्ट्रेलिया के बल्लेबाज वॉर्नर और स्मित को क्रिकेट से बाहर किया गया था उसे सही मानते हुए क्रिकेट में बॉल साइन करने के लिए शुरुआत करना पड़ सकता है।

दर्शकों बिना स्टेडियम सुना होगा ऐसे में क्रिकेट खेलने में भी खिलाड़ियों को परेशानी हो सकती है ,कैसे ? लॉक डाउन के बीच एक मैच खेला गया था जिसमे स्टेडियम पूरी ख़ाली थी तो बल्लेबाज छक्के मार रहे थे और फील्डर गेंद खोजने दर्शक दीर्घा में जाया करते पहले छक्के मारने पर खिलाड़ी को दर्शकों का प्यार भी मिलता था और फील्डर को गेंद खोजने दर्शक दीर्घा में जाना भी नही पड़ता था ।।

और भी बहुत से ऐसे चीजे है जो खेल में अपने ही खिलाड़ियों से मिलने में संकोज होगा कही न कही कोरोना का डर रहेगा क्योंकि यह ऐसा वायरस है जो एकदम से पता नही चलता है 14 दिनों का इन्तेजार करना पड़ता है,और WHO ने भी कहा है कि यह कुछ HIV कि तरह है जिसका कोई ईलाज नही मिल पायेगा।खेलबिहार उम्मीद करता है कि उसका जल्द से जल्द कोई इलाज मिले।।फिलहाल अभी घर मर रहिए और शुरक्षित रहिए सरकार के निर्देश का पालन करे ।।

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